मामुली सा दिखने वाला आवंला (Gooseberry) प्रकृति के द्वारा मनुष्य को दिया गया एक अनमोल उपहार है। आयुर्वेद में आंवले का अत्यन्त महत्व है। औषधीय उपयोग के अलावा इसकी पहचान एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट, इम्यूनोमॉड्यूलेटरी, तनाव-रोधी आदि के रूप में की गई है। इसके नियमित प्रयोग से आंखों की रोशनी बढती है। बालों का झडना बन्द हो जाता है। स्किन सम्बन्धी समस्याऐं दूर होती है।
आमले के प्रयोग से शरीर का डिटाॅक्सिफिकेशन होता है। यह विटामिन्स (vitamins) के अलावा फाइबर, फोलेट, एंटी ऑक्सिडेंट्स, फॉस्फोरस, आयरन, कार्ब्स, ओमेगा 3, मैग्निशियम और कैल्शियम (magnesium and calcium) का एक अच्छा स्रोत है। इसकी साइटोप्रोटेक्टिव भूमिका की विस्तार से जांच की गई है। आयुर्वेद के लिए आमलकी को प्रकृति का वरदान माना जाता है। आंवले के नियमित सेवन से अत्यन्त चमत्कारी लाभ होते है। आयुर्वेद में इसे आमलकी के नाम से जाना जाता है। आंवले को एंटी-एजिंग प्रभावों से भरपूर “रसायन” माना जाता है।
इतने सारे गुणों और पोषक तत्वों से भरपूर आंवले का नियमित प्रयोग करने से होने वाले लाभों से आप अनजान होंगे-
विटामिन सी का अच्छा स्रोत है आंवला (amla juice benefits )-आंवले में विटामिन अच्छी मात्रा में पाया जाता है जिससे दिल की बिमारियों के बचाव किया जा सकता है। आवले प्रयोग से इसमें मौजूद विटामिन-सी एथेरोस्क्लेरोसिस जैसी बिमारी से बचा जा सकता है जिसमें ब्लड वेसल्स में फैट, कोलेस्ट्रॅाल जैसे पदार्थ जमा होने लगते है।
दांत और मसूडों को मजबूत बनाता है आंवला(Amla Benefits)- आवंले का नियमित प्रयोग करने से दातों व मसूडों की समस्याओं से निजात पाया जा सकता है। मूंह के छालों से परेशान रहने वाले व्यक्तियों के लिये आवंले का प्रयोग अत्यन्त फायदेमन्द माना जाता है।
इम्यूनिटी बढाता है आंवला ( amla juice benefits )-आंवले में विटामिन सी पाया जाता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने में अत्यन्त लाभ दायक है। आंवले में ऐन्टी बेक्टीरियल गुण होने से शरीर को बहुत सारे इन्फेक्शन से बचाता है जिससे सर्दी जुकाम जैसी समस्याऐं नहीं होती है। सर्दियों में आवंले का प्रयोग करना अत्यन्त लाभदायक माना जाता है। च्यवनप्रास का मुख्य इन्ग्रेडियेन्ट आवंला ही होता है।
खून को साफ करता है आवंला(Amla Benefits)- आंवले में ऐसे गुण होते है जिससे इसके प्रयोग से खून साफ होता है, त्वचा बेदाग और चमकदार होती है तथा कील मुंहासों की समस्या दूर होती है।
शरीर को डिटाॅक्स करता है आवंला(Amla Benefits)- आंवला शरीर को डिटाॅक्स करता है तथा शरीर में जमा होने वाले विशैले पदार्थों को शरीर से निकाल बाहर करता है जिससे युरिन इन्फेक्शन, किडनी सम्बन्धी समस्याऐं नहीं होती है।
दिल को स्वस्थ रखता है आवंला(Amla Benefits)-आवंला दिल की मांसपेशियों की रक्षा करता है तथा खून से गन्दे एवं विशैले पदार्थों को निकाल बाहर करता है। आंवले के प्रयोग से काॅलेस्ट्राॅल कम होता है इससे हृदय सम्बन्धी बिमारियों का खतरा कम होता है।
उम्ररोधी है आंवला (Amla Benefits)- आंवले के नियमित प्रयोग से शरीर की त्वचा चमकदार बनती है उम्र बढने के साथ चेहरे पर आने वाली झुर्रियों में कमी आती है जिससे आप जवान बने रहते हैं।
केल्सियम की पूर्ति करता है आंवला ( amla juice benefits ) – आंवला केल्सियम तथा मेग्नीशियम का अच्छा स्रोत है। इसके नियमित प्रयोग से शरीर में केल्सियम की पूर्ति होती है जिससे हड्डियां मजबूत होती है, बाल और नाखुन चमकदार बनते है।
आमला (अंग्रेज़ी नाम: Indian Gooseberry, वैज्ञानिक नाम: Emblica officinalis) एक प्राकृतिक और पोषक फल है, जो भारत में व्यापक रूप से उगाया जाता है। यह फल अपने कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है।
आमला के स्वास्थ्य लाभ:
- विटामिन सी का अच्छा स्रोत: आमला विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
- एंटीऑक्सीडेंट गुण: आमला में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं।
- बालों के लिए फायदेमंद: आमला का रस बालों को मजबूत और चमकदार बनाता है।
- त्वचा के लिए फायदेमंद: आमला का रस त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाता है।
- पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद: आमला का रस पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
- मधुमेह के लिए फायदेमंद: आमला का रस मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद है।
- हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: आमला का रस हृदय स्वास्थ्य को मजबूत बनाता है।
आमला का उपयोग:
- आमला का रस पीना
- आमला का जैम बनाना
- आमला का चटनी बनाना
- आमला का पाउडर बनाना
- आमला का तेल निकालना
आमला के नुकसान:
स्वास्थ्य संबंधी नुकसान
- पेट दर्द: आमला का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट दर्द हो सकता है।
- एसिडिटी: आमला के रस को अधिक मात्रा में पीने से एसिडिटी हो सकती है।
- पाचन समस्याएं: आमला के पाउडर को अधिक मात्रा में लेने से पाचन समस्याएं हो सकती हैं।
- एलर्जी: आमला के कुछ लोगों में एलर्जी की समस्या हो सकती है।
- रक्तचाप: आमला का अधिक मात्रा में सेवन करने से रक्तचाप बढ़ सकता है।
दूसरे नुकसान
- विषाक्तता: आमला के पत्तों और बीजों में विषाक्त पदार्थ होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
- गर्भावस्था में नुकसान: आमला का अधिक मात्रा में सेवन करने से गर्भावस्था में समस्याएं हो सकती हैं।
- स्तनपान में नुकसान: आमला का अधिक मात्रा में सेवन करने से स्तनपान में समस्याएं हो सकती हैं।
- ऑपरेशन के बाद नुकसान: आमला का अधिक मात्रा में सेवन करने से ऑपरेशन के बाद समस्याएं हो सकती हैं।
आमला के नुकसान से बचने के तरीके
- आमला का सेवन सीमित मात्रा में करें।
- आमला के रस को पीने से पहले पानी में मिलाएं।
- आमला के पाउडर को अधिक मात्रा में नहीं लें।
- आमला के पत्तों और बीजों का सेवन न करें।
- गर्भावस्था और स्तनपान में आमला का सेवन न करें।
यह ध्यान रखें कि आमला के नुकसान व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति और सेवन की मात्रा पर निर्भर करते हैं। यदि आपको आमला के सेवन से कोई समस्या होती है, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।
- अधिक मात्रा में सेवन से पेट दर्द हो सकता है।
- आमला के रस को अधिक मात्रा में पीने से एसिडिटी हो सकती है।
- आमला के पाउडर को अधिक मात्रा में लेने से पेट समस्याएं हो सकती हैं।
आमला एक प्राकृतिक और पोषक फल है, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। इसका उपयोग सीमित मात्रा में करना चाहिए और इसके नुकसानों से बचना चाहिए।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है हम इसकी जांच का दावा नहीं करते हैं. इन्हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले.