लक्षमण और सीता के संग वन को जाते राम |
दर्शन प्यासी भीलडी जोत रही बाट ||
चित्रकूट के घाट घाट पर | भीलडी जुवे वाट ||
राम मेरे घर आना | राम मेरे घर आना ||
आसन नहीं है रामा | कहा पे बिठाऊं, कहा रे बिठाऊं || …. (२)
टूटी पड़ी है खाट, खाट पर बिछी पड़ी है टाट ||
राम मेरे घर आना | राम मेरे घर आना || … (२)
चित्रकूट के घाट घाट पर | भीलडी जुवे वाट ||
राम मेरे घर आना | राम मेरे घर आना || … (२)
भोजन नहीं है रामा | क्या मैं जिमाऊं, क्या मैं जिमाऊं || …. (२)
ठंडी पड़ी है घाट घाटमें, ठंडी पड़ी है घाट घाटमें डालू ठंडी छाछ ||
राम मेरे घर आना | राम मेरे घर आना || … (२)
चित्रकूट के घाट घाट पर | भीलडी जुवे वाट ||
राम मेरे घर आना | राम मेरे घर आना || … (२)
मेवा नहीं है रामा क्या मैं चडाऊं, क्या मैं चडाऊं … (२)
छोटे पड़े हैं पेड़ पेड़ पर, छोटे पड़े हैं पेड़ पेड़ पर लगे पड़े हैं बेर ||
राम मेरे घर आना | राम मेरे घर आना || … (२)
चित्रकूट के घाट घाट पर | भीलडी जुवे वाट ||
राम मेरे घर आना | राम मेरे घर आना || … (२)
झुला नहीं हैं रामा काहे में झुलाऊं, काहे में झुलाऊं … (२)
हरे भरे पेड़ पेड़ पर, हरे भरे पेड़ पेड़ पर झूले सीताराम ||
राम मेरे घर आना | राम मेरे घर आना || … (२)
चित्रकूट के घाट घाट पर | भीलडी जुवे वाट ||
राम मेरे घर आना | राम मेरे घर आना || … (२)
हो ओ राम मेरे घर आना | हो ओ राम मेरे घर आना ||